उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार में डॉ. बी.आर. अंबेडकर महामंच द्वारा आयोजित ‘समान नागरिक संहिता आभार सम्मेलन और रोड शो’ में सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक महान युगदृष्टा थे। वे हर नागरिक को समान अधिकार दिलाने के प्रबल पक्षधर थे। इसी सोच को उन्होंने भारतीय संविधान के नीति निदेशक तत्वों में ‘समान नागरिक संहिता’ के रूप में स्थान दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने बाबा साहेब के इसी स्वप्न को साकार करने का प्रयास किया है। समान नागरिक संहिता किसी धर्म, संप्रदाय या पंथ के खिलाफ नहीं है। यह न्याय, समानता और सामाजिक समरसता की भावना को मजबूत करने वाला कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी से प्रदेश की महिलाओं को समान अधिकार मिल सकेंगे, जिसकी वे वर्षों से प्रतीक्षा कर रही थीं। यह कानून एक नए, समतामूलक और संविधान-सम्मत भारत की दिशा में निर्णायक कदम है।