देहरादून, (भाषा) देहरादून में बहुचर्चित पुष्पांजलि परियोजना के तहत फ्लैटों में निवेश के नाम पर कई लोगों से कथित तौर पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी निदेशक राजपाल वालिया को शुक्रवार को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। .
उत्तराखंड पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 25 हजार रुपये के इनामी वालिया को नैनीताल से तब गिरफ्तार किया जब वह अपनी पत्नी शैफाली की जमानत के सिलसिले में वहां गया था। .
उन्होंने बताया कि पुष्पांजलि परियोजना के जरिए कथित धोखाधड़ी के मामले में वालिया तथा अन्य लोगों के विरुद्ध देहरादून के थाना डालनवाला में भारतीय दंड विधान की धारा 420, 406, 120 बी तथा गैंगस्टर अधिनियम की धारा दो और तीन के तहत कई मुकदमे दर्ज हैं।
अग्रवाल ने बताया कि वालिया की गिरफ्तारी हेतु जिला पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी प्रयासरत थीं। उन्होंने बताया कि उसके द्वारा लगातार अपने ठिकाने बदलते रहने एवं फोन का इस्तेमाल नहीं करने के कारण उसकी गिरफ्तारी एक चुनौती बनी हुई थी।
उन्होंने बताया कि वालिया के अपनी पत्नी शेफाली की जमानत के संबंध में नैनीताल आने की सूचना मिलने पर एसटीएफ की एक टीम ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। शेफाली को कुछ दिन पूर्व ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है और जिला अदालत से उसकी जमानत अर्जी खारिज हो गई है।
पूछताछ में वालिया ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अपने किसी रिश्तेदार को फोन नहीं करता था और यदि किसी से संपर्क करना हो तो किसी का भी फोन मांग कर संपर्क कर लेता था। इसके अलावा वह हर दूसरे दिन अपना ठिकाना हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में बदल देता था।
शातिर एवं इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन प्रहार’ के तहत एसटीएफ ने यह कार्रवाई की है।