देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में हिमालय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर हिमालय संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले बुद्धिजीवियों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पांचवें देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी फेस्टिवल के पोस्टर का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय हमारी अमूल्य धरोहर है, जिसे बचाने की जरूरत है और हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा हमने नीति आयोग की बैठक में हिमालयी राज्यों के लिए अलग योजनाएं बनाने की मांग उठाई थी, जिस पर अब काम शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पहला राज्य है जहां इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच समन्वय स्थापित करते हुए GEP को लागू किया गया है। हम सभी को हिमालय संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए और पेड़ लगाने के साथ ही प्लास्टिक का उपयोग न करने पर जोर देना चाहिए।